Baba Or Jinn

Baba Or Jinn भाग 2: बाबा का जादुई उपाय और अंतिम युद्ध

कहानी का संक्षेप (भाग 1)

गांव के बाहरी इलाके में एक पुरानी तालाब थी, जिसे लोग रात के समय से डरते थे। लोग कहते थे कि तालाब के पास एक बुरी शक्ति वास करती थी, जो खासकर लड़कियों को अपना शिकार बनाती थी। गांव के प्रतिष्ठित परिवार की बेटी, सारिका यादव, इस सबको सिर्फ अफवाह मानती थी। एक रात, वह अकेले ही तालाब के पास चली गई। अचानक, तालाब से एक भयानक Jinn उभरा,

जिसकी लाल जलती आँखें और आग से जलता शरीर था। Jinn ने सारिका को अपनी गिरफ्त में ले लिया और उसे तालाब की ओर खींचने लगा। सारिका का दिल धड़कने लगा, लेकिन उसने हिम्मत नहीं हारी। उसे याद आया कि गांव में एक बाबा रहते थे, जो तंत्र-मंत्र के ज्ञाता थे और Jinn जैसी शक्तियों से लड़ने की क्षमता रखते थे।

सारिका ने किसी तरह बाबा के पास पहुंचने का निश्चय किया, क्योंकि वह जानती थी कि बाबा के बिना, वह इस Jinn से नहीं बच सकती थी। क्या वह बाबा से मदद मांगने में सफल होगी? और क्या बाबा उसे समय रहते बचा पाएंगे?

सारिका ने जैसे ही बाबा के घर की ओर दौड़ना शुरू किया, उसके शरीर में एक अजीब सी घबराहट थी। वह जानती थी कि उसे जल्दी से जल्दी बाबा के पास पहुंचना होगा, क्योंकि Jinn की पकड़ में रहकर वह कभी भी अपनी जान गंवा सकती थी। जैसे ही वह बाबा के घर पहुंची, उसने दरवाजे पर दस्तक दी। बाबा भीतर एक कमरे में बैठे हुए थे, और तंत्र-मंत्र कर रहे थे।

बाबा ने बिना किसी रुकावट के कहा, “आओ, बेटी। मैं जानता था कि तुम मुझे जरूर याद करोगी।”

सारिका ने बेतहाशा घबराते हुए कहा, “बाबा! मुझे बचा लीजिए! तालाब में एक Jinn है, जो मुझे अपनी गिरफ्त में ले चुका है। वह मुझे ले जाना चाहता है!”

बाबा ने शांति से उठकर उसे बैठाया और कहा, “चिंता मत कर, बेटी। यह Jinn एक बहुत पुरानी और काली ताकत है। लेकिन इसको हराया जा सकता है। तुम्हारे पास समय बहुत कम है, इसलिए ध्यान रखना होगा।”

बाबा ने अपनी मंत्रमुग्ध शक्ति से एक तंत्र तैयार किया और फिर सारिका को कुछ खास तंत्र मंत्र सिखाए। “इन मंत्रों का उच्चारण करते हुए, तुम उसे अपने इरादों से हरा सकोगी।” बाबा ने कहा।

सारिका ने बाबा के साथ तालाब की ओर रुख किया। रास्ते में बाबा ने मंत्रों का जाप करते हुए उस Jinn के खिलाफ सुरक्षा की तैयारी की। जैसे ही वे तालाब के पास पहुंचे, Jinn ने अपनी खौ़फनाक हंसी सुनाई। उसकी लाल आँखें फिर से चमकने लगीं।

Jinn ने कहा, “तुम समझते हो कि तुम मुझे हरा सकते हो? तुम साधारण इंसान हो, मैं एक Jinn हूं, तुम मेरी शक्ति से कहीं अधिक कमजोर हो!”

बाबा ने धीमी आवाज में कहा, “तुम्हें लगता है कि तुम महान हो, लेकिन तुमसे कहीं ज्यादा बड़ी शक्ति है जो तुम्हें हराएगी।”

फिर बाबा ने एक जबर्दस्त मंत्र का उच्चारण किया। जैसे ही मंत्र समाप्त हुआ, तालाब के पानी में एक बड़ा हलचल हुई और अचानक Jinn का रूप धुंधला पड़ने लगा। वह बेचैन हो गया, लेकिन बाबा ने उसे पूरी तरह से जकड़ लिया।

फिर एक तेज़ रोशनी का प्रवाह हुआ और Jinn का पूरा अस्तित्व समाप्त हो गया। सारिका को महसूस हुआ जैसे भारी बोझ हट गया हो, और उसकी आँखों में एक अजीब सी राहत आई। बाबा ने मुस्कुराते हुए कहा, “तुम अब सुरक्षित हो, बेटी। Jinn को हराने के लिए तुम्हारे भीतर भी शक्ति थी, बस उसे पहचानने की जरूरत थी।”

सारिका ने बाबा का धन्यवाद किया और दोनों वापस गांव लौट आए। अब तालाब के पास फिर से शांति थी, और उस रात के बाद गांव के लोग कभी भी वहां से डरकर नहीं गए।

बाबा की महिमा अब और भी बढ़ गई, और लोग उन्हें पहले से भी ज्यादा आदर देने लगे। लेकिन सारिका जानती थी कि बिना बाबा की मदद के, वह कभी भी उस Jinn से नहीं बच सकती थी।

Part1

Translate »